कमजोर बच्चो को सामान्य पोषण की श्रेणी में लाने के प्रयास करे-कलेक्टर, आंगन केन्द्र कार्यक्रम के अतंर्गत उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित
कमजोर बच्चो को सामान्य पोषण की श्रेणी में लाने के प्रयास करे-कलेक्टर
आंगन केन्द्र कार्यक्रम के अतंर्गत उन्मुखीकरण प्रशिक्षण आयोजित
श्योपुर
कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल की अध्यक्षता में जिले के अतंर्गत आंगन केन्द्र कार्यक्रम के लिए चिन्हाकित आगनबाडी केन्द्रो के अतिकम वजन के बच्चो के पोषण, स्वास्थ संबंधी देखभाल एवं स्वच्छता की पर्याप्त व्यवस्था कर बच्चो को सामान्य पोषण स्तर तक लाने की दिशा में ग्राम ंपचायत स्तर पर नियुक्त नोडल अधिकारियों का प्रशिक्षण आज कलेक्टर कार्यालय श्योपुर के सभागार में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण में जिला पंचायत के सीईओ श्री हर्ष सिंह, एसडीएम श्री रूपेश उपाध्याय, जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला बाल विकास श्री ओपी पाण्डेय, जिला महिला सशक्तिकरण अधिकारी श्री रिशु सुमन, जिला सलाहकार राष्ट्रीय पोषण मिशन श्री मनीष कलवानिया, डीपीएम आजीविका मिशन श्री एके मुदगल, विभागीय अधिकारी एवं ग्राम पंचायत स्तर पर नियुक्त किये गये नोडल अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि जिले के अतंर्गत आगन केन्द्र कार्यक्रम का पर्यवेक्षण नियुक्त नोडल अधिकारी पाक्षिक रूप से करें। उन्होने कहा कि ग्राम ंपचायत अंतर्गत आने वाली आगनबाडी केन्द्रो का 15 दिवस में एक बार भ्रमण सुनिश्चित किया जावे। साथ ही बच्चो के पोषण व स्वास्थ स्तर में सुधार लाने के लिए निरंतर प्रयास किये जावे। उन्होने कहा कि विभिन्न विभागो के अधिकारी/कर्मचारियों को आगन केन्द्र कार्यक्रम के अतर्गत जिम्मेदारियों सौपी गई है। उनका निर्वहन सजग होकर किया जावे। साथ ही भ्रमण की जानकारी काईजाला एप पर एन्ट्री भी कराई जावे।
कलेक्टर ने कहा कि श्योपुर जिला कुपोषण के लिये कुख्यात है। हम सब यहाॅं अपनी सेवायें देते हैं। यह हमारी नैतिक जबाबदेही है कि हम सब इस धब्बे को मिटाने में अपना सहयोग दे। ईश्वर बहुत कम लोगों को जीवन बचाने का मौका देता है। आप सव विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत है। आपको महिला एवं बाल विकास की सेवाओं के साथ जुड़ने का व बच्चों व माताओं के लिये कार्य करने का मौका मिला है। आप पूरी संवेदना के साथ जुड़े व बच्चों को दी जा रही सेवाओं में सुधार लायें।
कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने प्रशिक्षण में कहा कि कुपोषण मुक्त पंचायत घोषित होने पर ग्राम पंचायत को सम्मानित एवं पुरूस्कार प्रदान किया जावेगा।
सीईओ जिला पंचायत श्री हर्ष सिंह ने प्रशिक्षण में कहा कि सभी नोडल अधिकारी आगन केन्द्र कार्यक्रम के अंतर्गत अपनी नैतिक जवाबदेही के अनुसार कमजोर बच्चो को पोषित करने के प्रयास करे। ईश्वर बहुत कम लोगो को जीवन बचाने का मौका देता है। आप सब विभिन्न क्षेत्रो में कार्यरत है। आपको महिला एवं बाल विकास की सेवाओं के साथ जुडने का व बच्चो व माताओं के लिए कार्य करने का मौका मिला है। इसलिए पूरी संवेदना के साथ जुडकर बच्चो को दी जारी सेवाओं में सुधार लाने के प्रयासो को आगे बढावे।
जिला कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास ओपी पाण्डेय ने प्रशिक्षण में कहा कि आंगनाबाड़ी की सेवायें महिला और बच्चे को संबल प्रदान करती है। हम इन्हें जितना मजबूूत और सदृढ़ करेंगे समाज उतना ही स्वस्थ होगा और श्योपुर पूर्णतः कुपोषण मुक्त हो सकेगा।
उन्मुखीकरण प्रशिक्षण में महिला एवं बाल विकास विभाग में पदस्थ राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला सलाहकार श्री मनीष कलवानिया ने पावर पाइन्ट प्रजेन्टेशन के माध्यम से सभी उपस्थित अधिकारियों को कुपोषण कम करने हेतु की जाने वाली गतिविधियों के संबंध में सभी को विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया कि श्योपुर जिले में लगभग 50 फीसदी बच्चे कम बजन की श्रेणी में हैं। इसी प्रकार ठिगनापन 50 प्रतिशत एवं 27 प्रतिशत बच्चे दुवलापन का शिकार है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य कुपोषण कम करने में विभिन्न विभागों को ठोस कदम उठाने के लिये समन्वय करना,पोषण आहार के सेवन हेतु विभागों और समुदायों को प्रेरित किया जाकर अतिकुपोषण तथा रक्ताल्पता रोकने के लिये स्तनपान,पूरक पोषाहार, किशोर पोषण हेतु व्यवहार अपनाने के लिये जनजागरूकता लाना है।इसी प्रकार कुपोषण कम करने हेतु अतिप्रभावी 10 विषय, 28 व्यवहार एवं 78 संदेशों पर विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि प्रसवपूर्व जाॅंच गर्भवती महिलाओं का आहार, जन्म के 1 घंटे के अंदर बच्चे को स्तनपान कराना,पूरक पोषण आहार का नियमित वितरण, सभी बच्चों को पूर्ण टीकाकरण तथा विटामिन ए की गोली पिलाना, जन्म से 05 वर्ष के बच्चों की बृद्धि निगरानी करना व उनकों श्रेणीवद्ध करना, बच्चों व महिलाओं में एनीमिया की दर में कमी लाने हेतु आई एफ ए सीरप व गोलीयों का वितरण कराना, उक्त घटक कुपोषण दूर करने में बहुत सहायक हैं। सभी अधिकारियों को अपने भम्रण के दौरान ग्राम पंचायत में समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों का भम्रण कर उसकी रिपोर्टिग काइजला एप (ांप्रंसं ।चच) पर करने के संबंध में विस्तृत प्रजेन्टेशन दिया गया।
Comments
Post a Comment